मांय-बाप—खोरठा कविता| KhorthaPoem New 2023| Jharkhand⤵️⤵️⤵️ ![]() |
Khortha Poem New| खोरठा कविता नया 2023 |
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कविता – मांय-बापKavita – Maany-Baap
आपन खुशी साब छोइड़के
बाल बच्चा के करे है पालन
बड़ होईके रे नुनुआइन
झाड़ियो न मांय-बाप पर भाषण
दुखा में सुखा दलको
धूपा में छांव दलको
जखनी तो हलही आरते
चले खातिर पांव दलको
आपन खून पसीना बहाइके
नाय खइलके अपने कमइया
सबकुछ कीन दलको तोरा
पूरा करैलको तोर पढ़इया
मईया उतारी हो तोर जीत के आरती
बप्पे करे हो तोर पर नाज
मनावे हलो तोरा खौब प्यार से
जब भी तोय होलही नाराज
मईया तोरा ई दुनिया दखैलको
बप्पे खुशी से भैर दलको बचपन
तोय मांय-बाप के टेंशन भले न ले हीं
मांय-बाप साब घड़ी ले हो तोर टेंशन
मांय-बाप के बिना कोय वजूद नाय है
सुनसान लागतो ई पूरा जहान
मान चाहे तोय नाय मान
मांय-बाप लागो सच में भगवान